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Category: Himachal Pradesh

क्या अटल टनल से बदलेगी लाहौल-स्पीति में पर्यटन की सूरत, होगा कैसा फायदा

क्या अटल टनल से बदलेगी लाहौल-स्पीति में पर्यटन की सूरत, होगा कैसा फायदा

कहते हैं कि लद्दाखी भाषा में रोहतांग का अर्थ होता – लाशों का ढ़ेर। यह नाम दिखाता है कि रोहतांग दर्रे को पार करने में कितनी मुश्किलें आती होंगी। यहां का मौसम इसे और भी ख़तरनाक बना देता है। आज भी इसे पार करते समय आने वाले मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। यही वजह है कि दर्रे के दूसरी तरफ पहुंचने पर ऐसा अहसास होता है जैसे किसी नई दुनिया में आ गए हैं। लेकिन अब अटल टनल की शुरुआत…

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बुरान घाटी ट्रेक- जंगल, बर्फ और ग्लेशियर का अनोखा मेल

बुरान घाटी ट्रेक- जंगल, बर्फ और ग्लेशियर का अनोखा मेल

पहाड़ मुझे हमेशा से पसंद रहे हैं। पहाड़ों को पसंद करने के कारण ही ट्रेकिंग के शौक ने जन्म लिया। ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों को पैदल मापने का मज़ा ही अलग है। इस बार गर्मी के मौसम की शुरुआत में ट्रेकिंग के लिए कोई जगह तलाश कर रहा था। खोजबीन के दौरान ही मुझे बुरान घाटी ट्रेक के बारे में पता चला। जब इसके बारे में जानकारी जुटाई को मुझे यह ट्रेक पसंद आया और एक ट्रेकिंग कंपनी से साथ अपना ट्रेक…

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हिमाचल प्रदेश की 10 खूबसूरत जगहें

हिमाचल प्रदेश की 10 खूबसूरत जगहें

हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है। इस देवभूमि में पर्यटकों के देखने के लिए ना जाने कितने जगहें हैं। आराम से समय बिताने के साथ पहाड़ों पर चढ़ने तक यहां सब कुछ किया जा सकता है। हिमाचल की दस जगहें इस लेख में शामिल की गई हैं। हिमाचल प्रदेश जाने पर आप इन जगहों को शामिल कर सकते हैं। 1- मनाली हिमाचल प्रदेश का सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन है मनाली। यहां के बर्फ से ढके पहाड़ों, देवदार के पेड़ों…

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गुनेहड़ की वो शाम

गुनेहड़ की वो शाम

गुनेहड़ में शाम होने वाली है। आसमान में बादल छाए हैं। हिमाचल के इस पहाड़ी गांव के लिए आज की शाम कुछ अलग होने वाली है। गांव के चौक में आज काफी हलचल है। चौक क्या , एक छोटा सा खुला चौकोर हिस्सा है जिसके चारों तरफ कुछ 5-7 दुकानें बनी हैं। यही गांव का बाज़ार भी है। चौक में एक तरफ मंच तैयार किया जा रहा है। मंच के पास ही एक घर के बाहरी अहाते में फैशन शो…

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गुनेहड़ – कला दीर्घा में बदलता गांव

गुनेहड़ – कला दीर्घा में बदलता गांव

गुनेहड़ की एक सुबह मुझे मेरे होटल की बालकनी से कुछ महिलाएं आती दिखाई दी। खूबसूरत रंग बिंरंगे कपड़ों में सजी, काफी कुछ राजस्थानी पहनावे जैसा। वे महिलाएं नीचे की तरफ बने खेतों में चली गई। एक घंटे बाद जब वे फिर से आती दिखाई दी तो मेरी साथी ब्लागर श्री और मंजुलिका ने उनके फोटो लेने की इजाजत मांगी। वे आराम से तैयार हो गई, बोली, ले लो जी, जितने फाटो लेने हैं। अभिनव और मैं भी अपना कैमरा…

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छोटे ल्हासा मैक्लोडगंज धर्मशाला की सैर (२)

छोटे ल्हासा मैक्लोडगंज धर्मशाला की सैर (२)

शाम को हम पहुँचे नामग्याल मठ लेकिन मठ के दरवाजे पर आकर ही मैं ठिटक गया। मठ के दरवाजे पर तिब्बत की आजादी के सघर्ष के फोटो लगाये गये थे। चीन के अत्याचार की कहानी उनसे साफ नजर आ रही थी। उसको देखते हुए हम आगे बढे और मठ के अन्दर पहुँचे तो वहां भी विरोध के वही स्वर दिखाई दे रहे थे। चारो और चीन विरोधी नारे लिखे गये थे। कुछ तस्वारे तो इतनी ज्यादा भयानक थी कि देखा…

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छोटे ल्हासा मैक्लोडगंज धर्मशाला की सैर (१)

छोटे ल्हासा मैक्लोडगंज धर्मशाला की सैर (१)

कश्मीर से घूम कर आये लगभग दो महीने होने वाले थे। मेरा मन फिर कही जाने के लिए मचलने लगा था । तभी अगस्त में दो तीन दिन की छुट्टी भी मिल गई। अब तो मैं आस पास जगह तलाश करनें लगा जहां घूमने जाया जा सके। काफी दिनो से मेरा मन हिमाचल जाने का कर रहा था तो मैने धर्मशाला जाना तय किया। एक दोस्त भी चलने को तैयार हो गया। हिमाचल पर्यटन के दिल्ली आफिस में फोन कर…

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