उड़ान हौसले की
अपनी पायलट की पोशाक में कैप्टन त्रिशा मोहन बेहद आत्मविश्वास से भरी नजर आती हैं। पुरूषों के वर्चस्व वाले इलाके में काम करने पर कैसा अनुभव होता है यह पूछने पर हंसते हुए कहती हैं ‘सब कुछ अच्छा है हां अंतर इतना ही हैं कि एयरपोर्ट स्टाफ, ग्राउंड स्टाफ और एटीसी अभी भी अक्सर ‘सर’ कहकर ही बात करते हैं’। कहती हैं मुझे इस बात से फर्क भी नहीं पडता कि वे किस तरह से बुलाते हैं। बात सही भी…