मैक्लुस्कीगंज
मैक्लुस्कीगंज
इतिहास की अनोखी धरोहर है झारखंड का मैक्लुस्कीगंज।यह छोटा सा कस्बा एंग्लो-इंडियन बस्ती हुआ करता था। इसे 1930 के आसपास कोलकाता के अर्नेस्ट टिमोथी ने बसाया था। एक समय यहां 400 एंग्लो-इंडियन परिवार रहा करते थे। उस दौर को बयान करते विशाल विक्टोरियन बंगलें आज भी यहां देखे जा सकते हैं। अब यहां कुछ ही एंग्लो-इंडियन परिवार बचे हैं। लेकिन बीत वक्त की महक को यहां महसूस किया जा सकता है। साल के जंगलों और पहाड़ी आबोहवा वाला मैक्लुस्कीगंज इतिहास तलाशने वाले के लिए बढिया जगह है। यह कस्बा रांची से 60 किलोमीटर दूर है।