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Tag: Travel postcard

अमृतसर

अमृतसर

अमृतसर सिक्ख धर्म का सबसे महत्वपूर्ण शहर है अमृतसर। सिक्ख धर्म में सबसे पवित्र जगह स्वर्ण मंदिर गुरूद्वारा अमृतसर में ही है। गुरू अर्जनदेव ने स्वर्ण मंदिर का निर्माण शुरू करवाया था। स्वर्ण मंदिर के पास ही जलियावालां बाग में शहीद स्मारक के दर्शन किए जा सकते हैं। 16वीं सदी में बसाया गया अमृसतर एक समय बहुत बड़ी व्यापारिक मंडी हुआ करता था। जहां कश्मीर से लेकर अफगानिस्तान तक व्यापार किया जाता था। यहां के पुराने बाज़ारों में उस समय…

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कोलकाता

कोलकाता

कोलकाता पश्चिम बंगाल की पहचान है कोलकाता। कोलकाता को सिटी ऑफ जॉय भी कहा जाता है। कोलिकाता, सुतानाती और गोविन्दपुरी इन तीन गांवों को मिलाकर जॉब चारनोक में 1690 में कोलकाता की नींव रखी थी। हुगली नदी के किनारे बसा कोलकाता आज भारत के सबसे बड़े महानगरों में से एक होने के साथ ही बंगाल की कला और संस्कृति की पहचान भी बन चुका है। औपनिवेशिक दौर की इमारतें, संग्रहालय, कला दीर्धाएं और बाजार यहां बहुत कुछ देखा जा सकता…

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अलीपुरद्वार

अलीपुरद्वार

अलीपुरद्वार पश्चिम बंगाल के खूबसूरत डुअर्स इलाके का बड़ा हिस्सा अलीपुरद्वार में ही आता है। भूटान, गंगटोक और दार्जिलिंग का रास्ता यहीं से होकर जाता है। चाय बागानों से घिरे इस इलाके में घने जंगल भी हैं। जैव विविधता से भरे इन जंगलों में घूमने का अलग ही मजा है। यहां बाघ, गैंड़ा और हाथी जैसे जानवरों को देखा जा सकता है। इसके अलावा तरह-तरह के पक्षी भी इन जंगलों में बहुत मिलते हैं। यहां जलदापारा वन्यजीव अभ्यारण्य और बुक्सा…

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नवद्वीप

नवद्वीप

नवद्वीप गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय का प्रमुख तीर्थ स्थान है पश्चिम बंगाल का नवद्वीप। भागीरथी नदी के किनारे बसा नवद्वीप भक्तिकाल के प्रमुख संत भगवान चैतन्य की जन्मस्थली है। चैतन्य ने कृष्ण भक्ति को लोकप्रिय बनाया। मध्यकाल में नवद्वीप ज्ञान और दर्शन का बहुत बड़ा केन्द्र था। यहां संस्कृत , न्याय और तर्क शास्त्र की शिक्षा दी जाती थी। यहां कई प्राचीन मंदिर देखे जा सकते हैं। नवद्वीप के पास मायापुर है जहां इस्कान का मुख्यालय है। नवद्वीप में होली के…

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मुकुटमणिपुर

मुकुटमणिपुर

मुकुटमणिपुर पश्चिम बंगाल में शांति से छुट्टियां बिताने की लोकप्रिय जगह है मुकुटमणिपुर। पहाड़, झील और जंगलों से घिरा मुकुटमणिपुर प्रकृति प्रेमियों के लिए सही जगह है। यहां के विशाल मुकुटमणिपुर बांध से बनी झील में नाव की सैर करके समय बिताया जा सकता है। झील से कुछ दूरी पर प्राचीन अंबिकानगर के अवशेष है जो जैन धर्म का एक तीर्थ स्थान हुआ करता था। यहां की 1350 मीटर ऊंची पारसनाथ पहाड़ी भी जैन धर्म का तीर्थ स्थान है। यहां…

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दीघा

दीघा

दीघा पश्चिम बंगाल का दीघा समुद्र के किनारे समय बिताने के लिए बढ़िया जगह है। दूर- दूर तक फैला समुद्री किनारा बेहद खूबसूरत लगता है। समुद्र तट के पास उगे कैसुरिना के पेड़ इसकी खूबसूरती को और भी बढ़ा देते हैं। दीघा की खासियत है कि यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों ही नजारों का आनंद लिया जा सकता है। वारेन हेस्टिंग्स ने इसे ‘ब्राइटन ऑफ ईस्ट’ कहा था। दीघा का शांत और कम गहरा समुद्र तट इसे तैरने के…

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चिनसुरा

चिनसुरा

चिनसुरा बंगाल में हुगली नदी के किनारे डच लोगों की बस्ती था चिनसुरा। यहां 1615 से 1825 तक डच अधिपत्य रहा। एक समय इसे बंगाल का सबसे खूबसूरत शहर माना जाता था। इसें डच विरासत से जुड़ी चीजों के लिए जाना जाता है। लेकिन यहां की सबसे लोकप्रिय इमारत घंटाघर है जिसे अंग्रेजों ने बनवाया था। घंटाघर के पास ही हुगली मदरसा है जो कभी डच सिपाहियों के रहने की बैरक हुआ करता था। कमिश्नर हाउस एक शानदार इमारत है…

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चंद्रनगर

चंद्रनगर

चंद्रनगर भारत में फ्रांसिसी उपनिवेश का हिस्सा था पश्चिम बंगाल का चंद्रनगर। भारत की आजादी के बाद 9 जून 1951 को इसे भारत में शामिल किया गया। यह शहर सरस्वती नदी के किनारे बसाया गया। लंबे समय तक फ्रांसिसी शासन में रहे चंद्रनगर में फ्रांस की वास्तुकला और स्थापत्य इमारतों में नजर आता है। नदी के किनारे बनी चौड़ी सड़कें और बैठने की जगहें यूरोप की याद दिलाती हैं। सेंट लुईस चर्च और सेक्रेड हार्ट चर्च यहां की प्रमुख इमारतों…

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सिरामपुर

सिरामपुर

सिरामपुर हुगली नदी के किनारे बसा यह शहर औपनिवेशिक काल के इतिहास को खुद में संजोए हुए है। यह शहर डेनिश ईस्ट इंडिया कंपनी का अधीन था और 1755 से 1845 तक डेनमार्क की कॉलोनी रहा। डेनिश दौर की इमारतें यहां देखी जा सकती हैं। उस समय इसे फ्रेडरिक्सनगर कहा जाता था। ओलव चर्च और सिरामपुर कॉलज उस समय की महत्वपूर्ण इमारत है जिन्हें यूरोपिय वास्तुकला से बनाया गया है ।सिरामपुर राजाबारी भी देखने लायक हैं। यहां कई मंदिर हैं…

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