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Category: India

टिहरी

टिहरी

नई टिहरी शहर ॠषिकेश से गंगोत्री जाने वाले रास्ते पर है। पहले पुराना टिहरी भागरथी नदी पर बने बांध में डूब गया। जिसेक बाद ये नया शहर बसाया गया है। मेरा टिहरी जाना भी बांध के कारण से ही हुआ। टिहरी का पहला टरबाईन शुरू होने वाला था। अपने न्यूज चैनल से इसको कवर करने के लिए मैं टिहरी गया था। ॠषिकेश से लगभग अस्सी किलोमीटर दूर है टिहरी। पुराना टिहरी शहर गंगा की तलहटी मैं बसा था जो समुद्र…

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हरिद्वार- हरि की भूमि

हरिद्वार- हरि की भूमि

हरिद्वार को हरि का द्वार कहा जाता है। हरिद्वार उत्तराखंड का सबसे पहला शहर है औऱ उत्तराखंड को सदियों से देव भूमि माना जाता है। इस देव भूमि मे जाने के रास्ते पर होने के कारण ही हरिद्वार नाम मिला। हरिद्वार को धर्म की नगरी माना जाता है। सैकडों सालों से लोग मोक्ष की तलाश में इस पवित्र भूमि में आते रहे हैं। हरिद्वार का ये महत्व यहां बहने वाले गंगा नदी के कारण ही है। गंगा को हिन्दू धर्म…

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मसूरी- पहाडों की रानी(२)

मसूरी- पहाडों की रानी(२)

कैंप टी फाल से मसूरी वापसी के रास्ते में आता है लाल बहादुर शास्त्री प्रसाशनिक प्रक्षिक्षण अकादमी। यहां सिविल सेवा परीक्षा पास करके आये अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाता है। अनुमति लेकर यहां घूमा जा सकता है। इस के पास ही है तिब्बती मठ। इस मठ को तिब्बत से आये शरणार्थियों ने बनाया है। बौद्ध धर्म के असली रुप को यहां देखा जा सकता है। चारों और घने जंगल से घिरा है ये खूबसूरत मठ। इसके बाद मैं चल पडा…

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मसूरी- पहाडों की रानी

मसूरी- पहाडों की रानी

मसूरी उत्तराखंड का एक जाना पहचाना हिल स्टेशन है। इसकी खूबसूरती के कारण इसको पहाडों की रानी कहा जाता है। मेरी मसूरी से जान पहचान बहूत पुरानी है। जहां तक मुझे याद आता है कुछ पांच या छ साल की उम्र में पहली बार मसुरी गया था। उस वक्त की ज्यादा याद तो नहीं है लेकिन फिर भी माल रोड पर घूमना आज भी यादों में बसा है। फिर पिछले तीन चार साल में कई बार मेरा मसुरी जाना हुआ।…

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लहरों का मजा-रिवर राफटिंग

लहरों का मजा-रिवर राफटिंग

ॠषिकेश से लेकर श्रीनगर तक का पूरा इलाका रिवर राफटिंग करने वालों के लिए स्वर्ग बन चुका है। इसी रास्ते पर आने वाले शिवपुरी को सबसे अच्छा माना जाता है रिवर राफटिंग करने के लिए। अब तो श्रीनगर तक जगह जगह राफटिंग करवाने वाले कैंप खुल चुके हैं। सडक से ही गंगा के किनारे ये कैंप दिखाई देने लगते हैं। मुझे तो अपनी श्रीनगर यात्रा में राफटिंग करने का मौका नहीं मिला। लेकिन मेरा मन लगातार कैंप में जाने के…

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गढ़वाली मिठाई- सिंगोरी

गढ़वाली मिठाई- सिंगोरी

नई जगहों पर घूमने फिरने का ही एक हिस्सा है हर जगह के खाने पीने का मजा उठाना। मैं जिस जगह भी जाता हूं वहां के अलग तरह के खाने को जरुर खाता हूं। मेरी श्रीनगर यात्रा में मैंने खाई गढवाली मिठाई सिंगोरी। ये एक तरह का पेडा होता है जिसे मावे से बनाया जाता है। फोटो में आप जो पान जैसी मिठाई देख रहे हैं वही है सिंगोरी। दरअसल इस मिठाई की खासियत ये है कि इसे सिंगोरी के…

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देवप्रयाग

देवप्रयाग

देवप्रयाग हरिद्वार-बद्रीनाथ के रास्ते में आता है। इस पूरे रास्ते में पडने वाले पांच प्रयागों में से पहला देवप्रयाग ही है। यहीं पर भागीरथी और अलकनंदा का संगम होता है। जिसके बाद नदी को नया नाम गंगा मिलता है। भागीरथी नदी गंगोत्री से आती है। माना जाता है कि गंगोत्री से ही गंगा निकलती है। अलकनंदा नदी चार धामों में से एक बद्रीनाथ नाथ के पास से निकलती है। अब टिहरी में भागीरथी पर बांध बना दिया गया है। बांध…

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श्रीनगर- गढवाल

श्रीनगर- गढवाल

इस बार में लिख रहा हूं अपनी श्रीनगर यात्रा के बारे में। ये वो नहीं जिस के बारे में आप सब सोच रहें हैं। ये श्रीनगर उत्तराखंड में है। अपने काम से दो दिन की छुट्टी ले कर में पहुंचा श्रीनगर अपने एक दोस्त के पास। श्रीनगर हरिद्वार से लगभग १३० किलोमीटर दूर है। ये छोटा सा कस्बा हरिद्वार से बद्रीनाथ जाने वाले रास्ते पर है। अलकनंदा नदी के किनारे बसा है श्रीनगर। मैं दिल्ली से बस पकड़ कर पहूंचा…

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