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Month: March 2017

मेनपट Mainpat

मेनपट Mainpat

Travel Postcard मेनपट आम हिलस्टेशनों पर पर्यटकों की भीड-भाड से दूर, साफ हवा, साल के घने जंगल और झरनों का मजा लेना हो तो एक बार मेनपट जरूर जाइए। मेनपट को छत्तीसगढ में छोटा शिमला के नाम से भी जाना जाता है। 1100 मीटर की ऊंचाई पर छत्तीसगढ के सरगुजा जिले में एक ऊंचे पठार पर बसा है मेनपट। मेनपट की सबसे बडी खासियत है यहां तिब्बती बस्ती का होना। 1960 के आसपास भारत आए तिब्बती लोगों में से काफी…

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बस्तर Bastar

बस्तर Bastar

Travel Postcard छत्तीसगढ़ का आदिवासी बहुल जिला है बस्तर। घने जंगल, जानवर, पहाड़, नदियां, झरने, गुफाएं, प्राचीन मंदिर ,महल और आदिवासी संस्कृति, बस्तर में वह सब कुछ है जो अनछुई जगहों की तलाश में निकलने वाले को चाहिए। बस्तर में आदिवासी कला के विविध रूप देखने को मिलते हैं। यहां की पीतल और कांसे की ढलाई से बनी मूर्तियां बहुत प्रसिद्ध है । इस कला को डोकरा कहा जाता है। बस्तर का दशहरा उत्सव अनूठा है जो 75 दिनों तक…

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उड़ान हौसले की

उड़ान हौसले की

अपनी पायलट की पोशाक में कैप्टन त्रिशा मोहन बेहद आत्मविश्वास से भरी नजर आती हैं। पुरूषों के वर्चस्व वाले इलाके में काम करने पर कैसा अनुभव होता है यह पूछने पर हंसते हुए कहती हैं ‘सब कुछ अच्छा है हां अंतर इतना ही हैं कि एयरपोर्ट स्टाफ, ग्राउंड स्टाफ और एटीसी अभी भी अक्सर ‘सर’ कहकर ही बात करते हैं’। कहती हैं मुझे इस बात से फर्क भी नहीं पडता कि वे किस तरह से बुलाते हैं। बात सही भी…

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कुटुमसर गुफा Kutumsar cave

कुटुमसर गुफा Kutumsar cave

Travel Postcard कुटुमसर गुफा चूना पत्थर से बनी कुटुमसर गुफा को देखकर प्रकृति की शक्ति का अहसास होता है। ये गुफा जमीन से करीब 35 मीटर नीचे है। गुफा के नीचे जाने पर रोमांच का अनुभव होता है। पानी के लगातार कटाव से चूना पत्थर के पहाडों में इन गुफाओं का निर्माण हुआ। पानी के टपकने से गुफा में बहुत सी प्राकृतिक आकृतियां बनी दिखाई देती है। गुफा के अंदर बने पानी के तालाबों में एक विशेष तरह की मछली…

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चित्रकोट जलप्रपात Chitrakote Waterfall

चित्रकोट जलप्रपात Chitrakote Waterfall

Travel Postcard चित्रकोट जलप्रपात भारत में बहुत सी अनोखी चीजें छिपी हैं। उन्हीं में से एक है छत्तीसगढ़ का चित्रकोट जलप्रपात। इसे ‘भारत का नियाग्रा’ भी कहा जाता है। पूरे जोश के साथ गिरती इंद्रावती नदी इस जलप्रपात को बनाती है। घोडे के नाल की आकार का यह झरना करीब पौन किलोमीटर चौडा और 90 फुट ऊंचा है। बरसात के मौसम में वेग से गिरते पानी का रूप देखने लायक होता है। यह बस्तर इलाके का प्रमुख आकर्षण है। चित्रकोट…

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भोरमदेव मंदिर Bhoramdeo temple

भोरमदेव मंदिर Bhoramdeo temple

Travel Postcard भोरमदेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इसे ‘छत्तीसगढ का खजुराहो’ भी कहते हैं। पहाड़ियों और जंगलों से घिरा यह मंदिर प्राचीन वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। मंदिर की बाहरी दिवारों पर कामरत मूर्तियां बनी हैं। मंदिर को बारीक नक्काशी और मूर्तियों से सजाया गया है। कहा जाता है कि इस मंदिर को 10वीं सदी में नागवंशी राजा रामचंद्र ने बनवाया था। भोरमदेव मंदिर में उड़ीसा के कोणार्क सूर्य मंदिर और खजुराहो मंदिरों की झलक दिखाई देती है।…

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सिरपुर Sirpur

सिरपुर Sirpur

Travel postcard छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 84 किलोमीटर दूर है ऐतिहासिक सिरपुर। यहां का सातवीं सदी में बना लक्ष्मण मंदिर प्रसिद्ध है। यह मंदिर ईंटों से बना है। मंदिर की दीवारों पर देवी, देवताओं की आकृतियां और जीवन से जुडी चीजें उकेरी गई हैं। सिरपुर बौद्ध धर्म का भी बड़ा केन्द्र था। यहां से बौद्ध विहार के अवशेष मिले हैं। ये विहार नालंदा से भी पुराना है। चीनी यात्री ह्वेनसांग भी सिरपुर आया था। महानदी के किनारे बसे…

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पावापुरी pawapuri

पावापुरी pawapuri

Travel Postcard 24वें जैन तीर्थंकर महावीर स्वामी ने कार्तिक अमावस्या की रात को पावापुरी में ही निर्वाण प्राप्त किया था। इसलिए जैन धर्म में पावापुरी का अहम स्थान है। महावीर स्वामी के अंतिम संस्कार की जगह पर खूबसूरत जलमंदिर का निर्माण किया गया। जलमंदिर एक जैन मंदिर है। पावापुरी, अपापुरी के नाम से भी प्रसिद्ध है क्योंकि यह जगह शुद्ध और पाप से मुक्त मानी गई है। महात्मा बुद्ध के भी पावापुरी आने का उल्लेख मिलता है। पावापुरी बिहार की…

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राजगीर Rajgir

राजगीर Rajgir

Travel Postcard पहाड़ियों और जंगलों से घिरा राजगीर एक ऐतिहासिक और धार्मिक जगह है। यह हिन्दु, बौद्ध और जैन तीनों धर्मों के लिए पवित्र स्थान है। महावीर स्वामी ने ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना पहला प्रवचन राजगीर में ही दिया था। महात्मा बुद्ध ने यहां काफी समय बिताया। पहली बौद्ध संगीति राजगीर में ही आयोजित की गई थी। राजगीर जरासंध की राजधानी थी और पांडवों के साथ यहीं जरासंध का युद्ध हुआ था। यहां का मलमास मेला प्रसिद्ध है। राजगीर…

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नालंदा NALANDA

नालंदा NALANDA

Travel postcard नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत में नालंदा दुनिया का सबसे बड़ा आवासीय विश्वविद्यालय था। 5वीं सदी में बने इस विश्वविद्यालय में दस हजार छात्र और दो हजार शिक्षक रहा करते थे। दुनिया भर के छात्र यहां दर्शन, तर्क, गणित, खगोलविज्ञान,चिकित्सा, व्याकरण और धर्मशास्त्र जैसे विषयों की शिक्षा लेने आते थे। प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी यहां शिक्षा ली थी। 12वीं सदी में मुस्लिम हमलावर बख्तियार खिलजी ने इसे नष्ट कर दिया। इसके अवशेषों को देखकर उस वक्त की…

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